मुंबई में बिखरा नीमच की “गली गर्ल्स “का जादू , शो की जज भी रह गईं हैरान !

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नीमच (मप्र )/ डांस दीवाने -03 (Dance Deewane) के उदय सारेल (Uday Sarel) को तो आप जानते ही होंगे ,जिन्होंने अपने टेलेंट के बलबूते (Basis of his talent ) गरीब बस्ती से निकल कर ग्लैमर की दुनिया में अपना मुकाम हासिल किया। कुछ इसी तरह के टेलेंट का जादू हाल ही में मप्र के नीमच शहर की झुग्गी बस्ती में रहने वाली पांच बाल कलाकार बालिकाओं ने मुंबई में मशहूर शो “डांस दीवाने” में अपना जादू बिखेरा।

(गली गर्ल्स  .. सोफिया अब्बासी, रमिला भूरिया, आशा मईडा, अंजलि सारेल और सपना निनामा)

इन बालिकाओं के फन को देख प्रोग्राम की जज नीतू सिंह व नोरा फतेही भी दातों तले ऊँगली दबाने को मजबूर हो गईं । गरीबी में दिन गुजारने वाली ये बच्चियां अब “नीमच की गली गर्ल्स”Gully Girls के नाम से मशहूर हैं और दर्शंकों को इनके अगले परफॉर्मेंस का इंतजार है।
इन गली गर्ल्स का नाम है .. सोफिया अब्बासी, रमिला भूरिया, आशा मईडा, अंजलि सारेल और सपना निनामा। इनकी उम्र 11 से 14 साल के बीच है। सभी की मां लोगों के घरों में बर्तन मांजती हैं। हैं। पिता हाथ ठेला धकाने या मंडी में हम्माली का काम करते हैं। इनमें से एक बच्ची के सिर से पिता का साया उठ चुका है।(Nora and Neetu singh during Dance Deewane Show)

मशहूर रियलटी शो (famous reality show)’डांस दीवाने’ के मंच तक पहुंचीं नीमच शहर में झुग्गियों में रहने वाली पांच बच्चियों की हर कहीं चर्चा है। टीवी पर उनके हुनर को देखकर अब सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं।

शो की जज नोरा फतेही बच्चियों के डांस सिक्रोनाइजेशन को देखकर हैरान रह गईं। उन्होंने उनके बीच के तालमेल की भी प्रशंसा की। मंच से ही बच्चियों ने जब अपनी स्थिति के बारे में बताया तो अभिनेत्री नीतू सिंह सहित सबकी आंखें नम हो गईं। बच्चियों ने बताया कि वे मोबाइल फोन से प्रैक्टिस करती हैं, क्योंकि उनके पास स्पीकर खऱीदने के पैसे नहीं है। डांस के बाद नोरा फतेही ने पांचों बच्चियों को गले से लगा लिया, और उन्हें गली गर्ल्स का नाम दिया।

बच्चियों की भावुक कर देने वाली व्यथा( Emotional agony)

गली गर्ल्स के नाम से पहचान पाने वाली बच्चियों ने जब उनके निजी जीवन के संघर्ष को बयां किया तो शो पर सन्नाटा छा गया। उन्होंने मंच से बताया कि वो कृषि मंडी में रात को जाकर दिनभर में बिखरे अनाज को समेटती हैं और घर लाती हैं। तब जाकर खाना पकता है।

कई बार एक वक्त ही खाना मिल पाता है। बच्चियों के डांस ट्रेनर (dance trainer) उदय सारेल (Uday Sarel)डांस के रियलिटी शो में पहले हिस्सा ले चुके हैं।

उदय कहते हैं कि बस्ती में ज्यादातर लोगों के पास गरीबी रेखा से नीचे का कार्ड भी नहीं है। इस कारण सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पाता।

 

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